सुन राजा अब त्याग दे झूठा मान घुमान
दो दिन के सब ठाठ है दो दिन की ये शान
भजले हरी हरी सुन राजा भजले हरी हरी
दाम बिना निर्धन दुखी तृष्णा वश धन वान
कहू न सुख संसार में सब जग देखा चान
भजले हरी हरी सुन राजा भजले हरी हरी
सर्व नाश के मूल है ये सब भोग विलास खारे पानी से भुजे कब अमृत की प्यास
भजले हरी हरी सुन राजा भजले हरी हरी
कल राजा कोई और था कल होगा कोई और सदा किसी के शीश पर कभी रहे न मान,
भजले हरी हरी सुन राजा भजले हरी हरी
कोई तेरे पाप का भाग न बाँटन हार पश्तायेगा मोत जब आएगी द्वार
भजले हरी हरी सुन राजा भजले हरी हरी
Listen, now the king should give up false values
All the chic of two days is the glory of two days
Bhajle Hari Hari Sun Raja Bhajle Hari Hari
Poor without price, unhappy with craving for wealth
Can’t say happiness, have seen all the world in the world
Bhajle Hari Hari Sun Raja Bhajle Hari Hari
The root of all destruction is when all these pleasures and pleasures are eaten with salt water, when thirst for nectar
Bhajle Hari Hari Sun Raja Bhajle Hari Hari
Yesterday the king was someone else;
Bhajle Hari Hari Sun Raja Bhajle Hari Hari
No one will share the share of your sin, when death will come at the door
Bhajle Hari Hari Sun Raja Bhajle Hari Hari