भर लायी गगरिया राम रस की,
राम रस की रे हरि के रस की
भर लायी गगरिया राम रस की,
राम रस की रे हरि के रस की।।
ब्रह्मा ने पी ली विष्णु ने पी ली,
भोले बाबा ने पी ली लगाय चुस्की,
भर लायी गगरिया राम रस की,
राम रस की रे हरि के रस की।।
राम जी ने पी ली लक्ष्मण ने पी ली,
भक्त हनुमत ने पी ली लगाय चुस्की
भर लायी गगरिया राम रस की,
राम रस की रे हरि के रस की।।
साधुओं ने पी ली संतों ने पी ली,
मुनि नारद ने पी ली लगाय चुस्की,
भर लायी गगरिया राम रस की,
राम रस की रे हरि के रस की।।
गोपियों ने पी ली सखियों ने पी ली,
सभी भक्तों ने पी ली लगाय चुस्की,
भर लायी गगरिया राम रस की,
राम रस की रे हरि के रस की।।
Brought Gagaria of Ram Ras,
Ram Ras Ki Re Hari Ke Ras Ki
Brought Gagaria of Ram Ras,
Ram Ras Ki Re Hari Ke Rasa.
Brahma drank Vishnu drank,
Bhole Baba drank and sipped,
Brought Gagaria of Ram Ras,
Ram Ras Ki Re Hari Ke Rasa.
Ram drank Lakshman drank,
Devotee Hanumant drank and sipped
Brought Gagaria of Ram Ras,
Ram Ras Ki Re Hari Ke Rasa.
The saints drank, the saints drank,
Muni Narada drank and sipped,
Brought Gagaria of Ram Ras,
Ram Ras Ki Re Hari Ke Rasa.
The gopis drank, the sakhis drank,
All the devotees drank and sipped,
Brought Gagaria of Ram Ras,
Ram’s rasa’s re-Hari’s rasa.