ब्रज गोपिन तोरी लेऊँ बलैया,
बड़भागी सब रास सुख पावत,
क्रीड़त संग जाके कृष्ण कन्हैया,
ब्रज गोपिन तोरी———-
जाय कोऊ घर थाट बजावत,
कोऊ घर जाय चरावत गईया,
ब्रज गोपिन तोरी———-
करत कोऊ घर माखन चोरी,
पकड़त जाय छुड़ावत मईया,
ब्रज गोपिन तोरी———–
बलिहारी हरि पुनि पुनि जाऊँ,
मोरे मुरलीधर जग सृष्टि रचैया,
ब्रज गोपिन तोरी———–
Braj Gopin Tori Leun Balaiya,
Barbhagi sab ras sukh paavat,
Kridat Sang Jake Krishna Kanhaiya,
Braj Gopin Tori———-
Jay Kou Ghar That Bajavat,
Kou ghar jay charavat gaiya,
Braj Gopin Tori———-
Karat kou ghar makhan chori,
Pakadat Jay Chudawat Maiya,
Braj Gopin Tori———–
Balihari Hari pun pun jaun,
More Murlidhar Jag Srishti Rachaiya,
Braj Gopin Tori———–