चंगे चाहे माडे तू हालत विच रखी
मेनू मेरे मालका औकात विच रखी
हर वेले गुरु जी तेरा शुकर मनावा मैं,
हर वेले साईंया तेरा शुकर मनावा मैं
सुख हॉवे दुःख हॉवे तेनु न भुलावा मैं
नीवा पन मेरे जज्बात विच रखी
मेनू मेरे मालका औकात विच रखी
रुतबा न मंगदा मैं ओदा नहियो मंग दा,
गुरु जी दीवाना तेरे सेवका दे संग दा,
मैंनू सेवा दारा दी जमात विच रखी
मेनू मेरे मालका औकात विच रखी
हक ते हलाल वाली रुखी सुखी खावा मैं
जदों कुछ पावा गुरु जी होर झुक जावा मै
सादा पन मेरी गल बात विच रखी
मेनू मेरे मालका औकात विच रखी
Good or bad you kept in condition
I was kept in my own worth
Har Vele Guru Ji Tera Shukar Manawa Main,
I thank you every time, Saiyya
Whether it is happiness or suffering, I will never forget you
Niva also kept me in my emotions
I was kept in my own worth
Rutba Na Mangda Main Oda Nahi Mang Da,
Guru Ji Deewana Tere Sewka De Sang Da,
I was placed in the community of Seva Dara
I was kept in my own worth
I eat happily with the right and halal
When I get something, Guruji, I bow more
Simple but kept in my conversation
I was kept in my own worth