चरणों का पुजारी हु तेरे दर का भिखारी हु,
ज़िंदगी दाव पे रखड़ी प्रभु ऐसा जुवारी हु,
ये मेरी हकीकत है,चहु और मुसीबत है,
हारा हुआ प्राणी हु,सुनले आती फुर्सत है,
उमरा तेरी यादो में प्रभु क्या न गुजारी हु,
रुख नेक मिलाओ तो दिल दिल से लगाओ तो,
मुदत से जो प्यासा हु दो घुट पिलाओ तो,
तस्वीर अदा तेरी इस दिल में उतरी हु,
ज़िंदगी दाव पे रखड़ी प्रभु ऐसा जुवारी हु,
हर बात समज ते हो अनजान भी बनते हो,
नाराजगी है क्या ऐसे दिल दार ना मनते हो,
दीवाना हु जिस दिन से छवि नेक निहारु हु,
ज़िंदगी दाव पे रखड़ी प्रभु ऐसा जुवारी हु,
शिव श्याम बहादुर के दो नैनो की ज्योति हो ,
करुणा ही तेरी प्यारे बदनाम जो होती हो,
कहने भी नहीं पाता नौकर सरकारी हु,
ज़िंदगी दाव पे रखड़ी प्रभु ऐसा जुवारी हु,
I am the priest of the feet, I am the beggar of your rate,
Lord put life at stake, I am such a gambler,
This is my reality, it is more trouble,
I am a lost creature, there is time to listen,
Lord, what have I not spent in your memories?
If you have a good attitude, then put your heart to heart,
If I am thirsty with time, give me a sigh,
The picture has landed in your heart,
Lord put life at stake, I am such a gambler,
If you understand everything, you also become unknown.
There is displeasure, don’t you feel like such a heart?
I am crazy since the day the image is noble,
Lord put life at stake, I am such a gambler,
May the light of two nanos of Shiv Shyam Bahadur be,
Compassion is your beloved whoever is infamous,
I can’t even say that I am a government servant.
Lord put life at stake, I am such a gambler,