देखु जिधर उधर ही मेरे श्याम का नजारा

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देखु जिधर उधर ही मेरे श्याम का नजारा,
खाटू का श्याम बाबा लगता है सबको प्यारा,
बोलो बोलो जय श्री श्याम बोलो जय खाटू धाम,

इस दर पे जो भी आया अरदास है लगाया,
झोली फैलाके अपनी दुःख दर्द है सुनाया,
उसको मिला भरोसा हर लेता कष्ट सारा,
देखु जिधर उधर ही मेरे श्याम का नजारा,

किस्मत का खेल भाई क्या कोई जान लेगा,
है भुलंदी पे सितारा कब टूट के गिरे गा,
गिरे को थमता है चमका दे फिर सितारा,
देखु जिधर उधर ही मेरे श्याम का नजारा,

विश्वाश है ये दिल का वो साथी है हमारा,
हम प्रेमी सँवारे के सोभाग्ये ये हमारा,
हर शाम प्रेमी बोलो वो हारे का सहारा,
देखु जिधर उधर ही मेरे श्याम का नजारा,

जो मानगो गे मिले गा अर्जी लगा के देखो,
इक बार सँवारे के दर पे तो आके देखो,
मिलता है डूबते को यहाँ तिनके का सहारा,
देखु जिधर उधर ही मेरे श्याम का नजारा,

Wherever I see the sight of my shyam,
Khatu’s Shyam Baba seems to be dear to everyone,
Say, say, Jai Shree Shyam, say, Jai Khatu Dham,

Whatever has come at this rate has been ardas,
By spreading the bag, I have narrated my sorrow and pain,
The trust he got, everyone takes all the trouble,
Wherever I see the sight of my shyam,

Luck’s game brother, will anyone know,
When is the star falling on the ground,
Let the fallen stop to shine then the star,
Wherever I see the sight of my shyam,

Have faith that this is the friend of our heart,
We are lucky to groom lovers, this is ours.
Every evening lovers say that they are the support of the loser,
Wherever I see my shyam’s sight,

Look at the mangoes that meet the request.
Come once at the rate of grooming and see,
Drowning gets the support of straws here,
Wherever I see my shyam’s sight,

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