जब जब हम दादी का मंगल पाठ करते है,
साक्शात धनियाणी से हम बात करते है,
जो मंगल पाठ कराते है उनके रहते हर दम ठाठ,
यहाँ ये पाठ रहता है वह हो खुशियों की बरसात,
जब जब हम दादी की जय जय कार करते है
साक्शात धनियाणी से हम बात करते है,
कोई चूड़ा लाता है कोई चुनड़ी लाता है
कोई गजरा लाता है कोई मेहँदी लाता है,
जब जब हम दादी का शृंगार करते है,
साक्शात धनियाणी से हम बात करते है,
बधाई सब को मिलती ही खजाना हर कोई पाते है,
के दादी जी का कैलाशी मिल कर लाड लड़ाते है,
जब जब दादी की मन भार करते है,
साक्शात धनियाणी से हम बात करते है,
Whenever we recite the auspicious text of grandmother,
We talk to Saksat Dhaniyani,
Those who make Mangal recitation are always chic,
Here this text remains, may it be the rain of happiness,
When we do grandmother’s jai jai car
We talk to Saksat Dhaniyani,
Somebody brings bangles
Somebody brings Gajra, some brings Mehendi,
Whenever we do grandma’s makeup,
We talk to Saksat Dhaniyani,
Everyone gets the treasure as soon as everyone gets congratulations,
Kailashi fights with her grandmother.
Whenever Grandma’s mind loads,
We talk to Saksat Dhanyani,