ढूंढो न साई ढूंढो न थोड़े दिन पहले मैं शिडी में आया था,
अपना दिल मैं शिर्डी में बुल आया था,
ढूंढो न साई ढूंढो न
तेरी यादे तेरा चेहरा है उस में रखा तेरे मुख दर्शन चावडी संग माई द्वार का,
नीम के पेड़ की छाव से प्ले उस में इन्तजार भी है तेरे द्वार का,
ढूंढो न साई ढूंढो न
ततेया भाई जग्नो की उस में भगती बसी
बाबा न्वध्या की उस में है शक्ति भरी
उस में भाव है मेरे जग जय अर्पित किये,
जिनपे नाम तेरा वो साँसे भी है रखदी,
ढूंढो न साई ढूंढो न
तेरी शिर्डी मेरा कावा मेरा शिवाले
होगी भगती इभादत याहा हो मेरा देवाले
जाने कैसे मैं दिल अपना बुल आया हु,
पाए ज्ञान याहा संजीव तू हो विध्याले,
ढूंढो न साई ढूंढो न
Do not find nor find Sai, a few days ago I had come to Shidi,
I had come to Shirdi with my heart,
Search nor seek Sai nor seek
Your memory is your face;
Play under the shade of neem tree, there is also a wait for your door,
Search nor seek Sai nor seek
Tateya Bhai Jagno’s sister settled in him
Baba Navdhya has power in him
There is a feeling in it that my world has been hailed,
Whose name is your breath too,
Search nor seek Sai nor seek
Teri Shirdi Mera Kava Mera Shivale
Will be my god
Know how I have come to my heart
Gain knowledge yaha sanjeev tu ho vidhyale,
Search nor seek Sai nor seek