है जग में महिमा भारी लखदातारी की
गाऊं बार बार महिमा मैं मेरे शीश के दानी की
सांवरे ………..सांवरे ………….ओ सांवरे
माता का वचन निभाए हारे का साथ दिए
ज़रा भी ना घबराये शीश का दान दिए
अद्भुत बलिदानी देख चकित बनवारी जी
गाऊं बार बार महिमा मैं मेरे शीश के दानी की
सांवरे ……….
दर से जाए ना खाली जगत कल्याण करे
घर घर पूजा होती कष्टों का नाश करे
दिया श्याम नाम खुश होकर प्रभु मुरारी जी
गाऊं बार बार महिमा मैं मेरे शीश के दानी की
सांवरे ……….
खाटू में आन विराजे दर है पावन प्यारा
दर्शन पाने को आये यहाँ पर जग सारा
पाया है सोनू जिसने अर्ज़ गुज़ारी जी
गाऊं बार बार महिमा मैं मेरे शीश के दानी की
सांवरे ……….
There is glory in the world of huge lakhdatari
Sing the glory of my head again and again
Saaware …………
Keep your mother’s promise, support the loser
Don’t worry, donated the head
Banwari ji amazed to see the wonderful sacrifice
Sing the glory of my head again and again
Saaware…………
Don’t go by the rate, let the empty world do welfare
Worship from house to house, destroy the sufferings
Prabhu Murari ji pleased with the name Shyam
Sing the glory of my head again and again
Saaware…………
The rate is dear to me in Khatu
The whole world came here to have darshan
Found Sonu who has passed the application
Sing the glory of my head again and again
Saaware…………