जाने जग सखी मैं ही न जानू
काहा श्याम गुण धाम
गोकुल सुबह दुपेहर मथुरा पूरी द्वारिका श्याम
हमारे सांवरियां घनश्याम
जाने जग सखी मैं ही न जानू
सुबह सखी मैं मंदिर जाऊ
भरी दुपेहरी ध्यान लगाऊ श्याम सांवरी से पुछु मैं कब आवेगे श्याम
हमारे सांवरियां घनश्याम
जाने जग सखी मैं ही न जानू
अपनी केहनी को ही रजनी
रजनी में भी चैन न सजनी
नैन कहे हम सांवरिया के निंदिया से क्या काम
हमारे सांवरियां घनश्याम
जाने जग सखी मैं ही न जानू
नैन खुले के खुले रहेंगे जब तक सांवरियां न मिलेगे
गोविन्द को जो आँ दिखाए गुरु को करो परिणाम
हमारे सांवरियां घनश्याम
जाने जग सखी मैं ही न जानू
I don’t know the world’s best friend
Kaha Shyam Gun Dham
Gokul Morning Dupehar Mathura Puri Dwarka Shyam
our saawariya ghanshyam
I don’t know the world’s best friend
morning sakhi i go to temple
When I will come to Shyam, ask Shyam Sanvari.
our saawariya ghanshyam
I don’t know the world’s best friend
Rajni to her own elbow
There is no peace in Rajni too
Nain says what do we do with the nandiya of Saawariya
our saawariya ghanshyam
I don’t know the world’s best friend
Nain will remain open till the Saawariyas are found
Whatever eyes show to Govind, do the result to the guru.
our sawariya ghanshyam
I don’t know the world’s best friend