लफ लफ जीभ निकाली मैया, लाल लहू खप्पर में भरे,
काल नाशनी काली मैया जय काली कल्याण करे,
जय काली कल्याण करे
तीन नेत्र त्रिपुरारी जैसे, रृण्ड मुंड गल माला
गौर वरण एक रूप साथ में एक रूप है काला
एक रूप तेरा मोहित करता एक रूप को देख डरे
काल नाशनी काली मैया जय काली कल्याण,
जय काली काली जय काली
समर भूमी में नाच रही है बन कर के महाकाली
असुर मर्दनी मात भवानी पिये लहू की प्याली
रक्त बीज का बीज मिटाके ,भूमि का माँ भार हर
काल नाशनी काली मैया….जय काली कल्याण करे….
जय काली काली काली
लट बिखराई खड्ग उठाई, धधक रही है ज्वाला
मां को मनाने को आया है डम डम डमरू वाला
निकली जीभ खडग आसन में, रह गईं हाथ त्रिशूल धरे
काल नाशनी काली मैया …जय काली कल्याण करे
जय काली काली जय काली….
कलयुग में अब भरना खप्पर, भोले ने वरदान दिया
विनती करके शिव शम्भू ने, महाकाली को शांत किया
कहे बेनाम महाकाली मां,भक्तों की सब विपत हरे
काल नाशनी काली मैया जय काली कल्याण करे
जय काली काली जय काली….
Lough Luff Tongue removed Maya, red blood filled with mud,
Kaal Naashni Kali Maiya Jai Kali Kalyan,
jai kali kalyana kare
Three eyed Tripurari like, Rinda Mund Gal Mala
Gaur Varan is a form at the same time black
A form fascinates you
Kaal Naashni Kali Maiya Jai Kali Kalyan,
jai kali kali jai kali
Mahakali is dancing in the land of summer
Asur Mardani Mat Bhavani Pee Lahu Ki Chaali
By erasing the seed of the blood seed, every mother’s burden of the land
Kaal Naashni Kali Maiya….Jai Kali Kalyan Kare….
jai kali kali kali
Raised the braided scattering, the flame is blazing
Dum Dum Dumru Wala has come to convince mother
The tongue came out in the khadag posture, the hands were left holding the trident
Kaal Naashni Kali Maiya … Jai Kali Kalyan Kare
Jai Kali Kali Jai Kali….
Now filling Khappar in Kali Yuga, Bhole gave a boon
Shiva Shambhu pacified Mahakali by requesting
Say nameless Mahakali mother, all the troubles of the devotees are green
kaal naashni kali maiya jai kali kalyan kare kare
Jai Kali Kali Jai Kali….