जिसके जप तप से मिलता है, तन मन को आराम,
वो राधा का श्याम, वो मीरा का घनश्याम,
सारे जग का एक खेवैया, सबका पार लगैया,
मीरा का घनश्याम कहे कोई, राधा का वो कन्हैया,
सबके मन को शीतल करता, वो प्यारा सा नाम ll
राधा का वो रास रचैया, मीरा के करुणाकर,
धन्य किया मीरा को प्रभु ने, अपना दरश दिखाकर,
अमर हुए हैं भक्त प्रभु के, करे जो ऐसा काम ll
राधे श्याम की मूरत जग में, लगती बड़ी सुहानी,
मीरा जैसी भक्ति रंग में, डूबे जो भी प्राणी,
तन मन धन से रहे समर्पित, प्रभु में आठों याम ll
Lyricist- K.S Hari Premi
Whose chanting is attained by austerity, body and mind rest,
That Radha’s Shyam, that Meera’s Ghanshyam,
The whole world’s one food, everyone’s cross,
Somebody says Meera’s Ghanshyam, Radha’s Kanhaiya,
Cools everyone’s mind, that cute little name
Radha’s Raas was created, Meera’s Karunakar,
Lord blessed Meera by showing her darshan,
Devotees of the Lord have become immortal, who will do such work
Radhe Shyam’s idol in the world, looks very beautiful,
Whatever beings immersed in devotional color like Meera,
Be devoted to your body, mind and wealth, you will have eight yams in the Lord
Lyricist- K.S Hari Premi