काहे तूने प्रीत सिखाई कृष्णा
ओ मेरे कान्हा काहे तूने प्रीत सिखाई कृष्णा
कान्हा तेरो आँखों से चलता है जादू
जादूगर लगता है सब से बड़ा तू
जादू चला के न मुझको उड़ा तू
हो ना जाऊ खुद से पराई कृष्णा
सिखा कहा तूने नींदिया चुराना
चोरी चोरी रतियो में सपनो में आना
पाया ये हुनर कहा इतना बताना खूबी तुनि एसी कहा पाई कृष्णा
काहे तूने प्रीत सिखाई कृष्णा
जियारा जराए रे तेरी मुरलियां,
उड़ उड़ जाए मेरी मन की कोयालियाँ
छोड़ दे सताना तू नटखट छलियाँ,
तू क्या जाने क्या होती जुदाई कृष्णा
काहे तूने प्रीत सिखाई कृष्णा
Why did you teach love Krishna?
O mere kanha, why did you teach love to Krishna?
Kanha plays magic with your eyes
magician seems you are the biggest of all
don’t blow me up
Ho na go, Krishna is different from himself
teach where you steal sleep
To come in dreams in stealthy ways
Found this skill, said so much to tell, where did Krishna find it?
Why did you teach love Krishna?
Jiara zaarae re teri murliyan,
Let my heart fly away
Leave you naughty naughty deceivers,
What do you know, what would have been separation Krishna
Why did you teach love Krishna?