काशी में शिव काशी में शिव
पर्वतों में शिव गंगा बेहती जटाओ से,
आधी योगी शिव नील कंठ
शिव रुदर धारा में निवास रे
श्मभु भोले नाथ मेरे
चारो और तेरी छाओ रे
कर्म से धर्म तक तेरा मुझ पे परकाश रे
लोक से त्रिलोक तक है तेरा ही साया
कण कं में है तुही रे शिव मुझ में तू समाया
मन का करता पालनहारता
त्रिनेत्र में है तेरी शंका
आकाश से पृथ्वी का करता धरता
मन मंदिर तुझसे ही भरता
काशी में शिव काशी में शिव
Shiva in Kashi Shiva in Kashi
In the mountains, with the help of shiva ganga behati,
Half Yogi Shiv Neel Kantha
Shiv resides in Rudar Dhara
Shambhu Bhole Nath Mere
Charo and Teri Chhao Re
May your light shine on me from karma to dharma
Your shadow is from Lok to Trilok
You are in the particle company, you are in me Shiva
caretaker of mind
Your doubt is in Trinetra
earth from the sky
Mind fills the temple with you
Shiva in Kashi Shiva in Kashi