कई दर दर लभदे प्रीतम नूं,कई फड के कोल बिठा लैदें
कई वृंदावनो खाली मुड आंदे,कई घर विच रब नूं पा लैदें
कई दर दर लभदे प्रीतम नूं…………
एह प्रेम दी मस्ती गहरी है इसदा कोई भेद ना पाया है
इक लभ दे शाम गवाचे नूं, इक लभ के शाम गंवा लैदें
कई वृंदावनो खाली मुड आंदे कई घर विच रब नूं पा लैदें
कई सोना सेर चढा दें दें, कई कपडे ढेर लगा दें दें
रब रिझ दा उस दियाँ भेटां ते, जेहडे शीश दी बाजी ला दें दें
कई वृंदावनो खाली मुड आंदे कई घर विच रब नूं पा लैदें
कई मखमल दा भगवा पा लैदें, कई चिटे कपड़े पा लैदें
कई पाटीयां लीरां पाके भी सोने रब नूं आप रिझा लैदें
कई वृंदावनो खाली मुड आंदे कई घर विच रब नूं पा लैदें
दासी इस दूनीया दे अंदर 2 रूप ने दूनीया दारां दे
इक शक्ल च आपके रब दिस दा,इक रब दी शक्ल बना लैदें
कई वृंदावनो खाली मुड आंदे कई घर विच रब नूं पा……
कुंज बिहारी (वृन्दावन)
Many find the beloved at every door, many grab him and sit him near
Many return to Vrindavan empty, many find God in their homes
Kai Dar Dar Labhde Pritam Nu.
This love is deep and no one can hide it
Ik labh de shaam gavache nu, ik labh ke shaam ganva laiden
Many Vrindavans return empty and many find God in their homes
Many gold seers are offered, many clothes are piled up
God is pleased with the gifts of those who bet their heads
Many Vrindavans return empty and many find God in their homes
Many wear velvet saffron, many wear white clothes
Even if you get many parties, you can please the golden god
Many Vrindavans return empty and many find God in their homes
There are 2 forms of maids within this world, the doors of the world
In a shape of your Lord, make a shape of God
Kai Vrindavan Khali Mud Aande Kai Ghar Vich Rab Nu Pa.
Kunj Bihari (Vrindavan)