कान्हा मत कर तू उत्पात समजावे गुजरियां प्यारी,
समजावे गुजरियां प्यारी समजावे गुजरियां प्यारी,
कान्हा मत कर तू उत्पात समजावे गुजरियां प्यारी
हो तीनो लोकन में है राज गुजरियां सुन लो बात हमारी
तुम सुनलो बात हमारी तुम सुन लो बात हमारी
मुरली को मधुर भजावे सब गोपियाँ को तू चिडावे
कन्हियाँ अच्छी न यु बात,समजावे गुजरिया प्यारी
मैं नन्द बाबा का लाला तू सुन लो ब्रिज की बाला
हो मेरा ऐसा ही अंदाज गुजरियां सुन लो बात हमा
बरसाने अइयो कन्हिया बंसी के मधुर बजैया,
अरे बांधू दोनों तेरे हाथ समजावे गुजरियां प्यारी
सारे जग को खेल खिलाऊ तेरी बातो में ना आऊ,
कान्हा नागर के सरताज गुजरियां सुन लो बात हमारी
Kanha mat kar tu utpat samajave gujriyan pyari,
Samjave Gujriyan Pyari Samjhave Gujriyan Pyari,
Kanha don’t you cause trouble explaining Gujriyan dear
Be the secret of the three worlds, Gujriyas, listen to our words
You heard our words You heard our words
Murali ko madhur bhajave sab gopiyan ko tu chidave
Kanhiyan achi na yu baat,samjave gujriya pyari
I am the Lala of Nanda Baba, you listen to the Bala of the bridge
Be my such style Gujriyan listen to our words
Barsane Aiyo Kanhiya Bansi Ke Madhur Bajaiya,
Are brothers both your hands explain the passages dear
Saare Jag Ko Khel Khilaau Teri Bato Mein Na Aau,
Gujriyan, the leader of Kanha Nagar, listen to our words