कान्हा के चरण दऊ दोई चरणमत पीयू गी,
मन में वसे मेरे मदन मुरारी,
सावरी सूरत प्यारी प्यारी,
आजा प्यारे भुला रही तोहे चरणमत पीयू गी,
कान्हा के चरण दाऊ दोई…….
जब से मिली है श्याम से नैना,
इक घडी मोहे चैन पड़े न,
जाने काहे गोब न मोहि चरणमत पीयू गी,
कान्हा के चरण दाऊ दोई………..
धोये चरण पी यु गी पानी श्याम नाम की मैं हु दीवानी,
और कशू न चाहे मोहि चरणमत पीयू गी,
कान्हा के चरण दाऊ दोई
Kanha ke charan dau doi charanmat PU gi,
Man Mein Vase Mere Madan Murari,
Sawari Surat Pyari Pyari,
Aaja pyare bhula rahi tohe charanmat peeu gi,
Kanha ke charan dau doi.
Jab se mili hai Shyam se naina,
Ik ghadi mohe chain pade na,
Jaane Kahe Gob Na Mohi Charanmat Peeu Gi,
Kanha ke charan dau doi.
Dhoye Charan Pee Yu Gi Pani Shyam Naam Ki Main Hu Deewani,
Aur kashu na chahe mohi charanmat peeu gi,
Kanha’s feet dau doi