श्याम तुम्हारे चरणों में,
होती है अमृत की वर्षा,
मेरे श्याम तुम्हारे चरणों में
भक्तो को मिलता आराम,
भगवान तुम्हारे चरणों में,
तीन लोक में सबसे प्यारा,
प्रभु दरबार तुम्हारा है |
भक्त जनों का मात्र सहारा,
ये दरबार तुम्हारा है ||
स्वर्ग धाम सा सुख मिलता,
घनश्याम तुम्हारे चरणों में |
होती है अमृत की वर्षा,
मेरे श्याम तुम्हारे चरणों में ||
जो भी आये प्रभु चरणों में ,
भला सभी का होता है |
प्यार तुम्हारा सब भक्तो के,
सारे कष्टों को खोता है ||
एक दुर्जन भी बन जाता इंसान,
तुम्हारे चरणों में |
होती है अमृत की वर्षा,
मेरे श्याम तुम्हारे चरणों में ||
गोवर्धन उठाते हो कभी,
कभी ग्वाले बन जाते हो |
मक्खन चुराते हो कभी,
कभी चमत्कार दिखलाते हो ||
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होती है अमृत की वर्षा
मेरे श्याम तुम्हारे चरणों में || जय श्री श्याम
Shyam at your feet,
It rains nectar,
My Shyam at your feet Devotees get rest,
God at your feet, The most beloved of the three worlds,
Lord, the court is yours. Only support of devotees,
This court is yours. Get happiness like heaven,
Ghanshyam at your feet. It rains nectar,
My Shyam at your feet. Whoever comes to the feet of the Lord,
Good happens for everyone. Love to all your devotees,
Loses all troubles || Even a wicked person becomes a human being,
At your feet. It rains nectar,
My Shyam at your feet. Do you ever raise Govardhan?
Sometimes you become a cowherd. Do you ever steal butter?
Do you ever perform miracles? , it rains nectar
My Shyam at your feet. Jai Shree Shyam