खेलत मदन गोपाल बंसत ।
नागरि नवल रसिक-चूडामनि, सब बिधि रसिक राधिका कंत ॥
नैन-नैन-प्रति चारु बिलोकनि, बदन-बदन-प्रति सुंदर हास ।
अंग-अंग प्रति प्रीति निरंतर, रितु आगम निसि करहिं विलास ॥
बाजत ताल मृदंग अधौटी, डफ बाँसुरी कोलाहल केलि ।
‘परमानंद’ स्वामी के संगम, मिलि नाचत-गावत रँग-केलि ॥
श्री मदन गोपाल आज बसंत खेल रहे हैं । उनके संग में नवल रसिक चूड़ामणि श्री राधिका हैं जिनके संग राधिका कंत श्री श्यामसुन्दर शोभायमान हैं ।
श्री श्यामा श्याम के चपल अनियारे नयनों की चितवन, एवं रसमय मृदुल हास करती हुई सुंदर छवि की शोभा देखते ही बनती है ।बसंत ऋतु के आगमन में यह जोड़ी रात्रि को विलास कर रही है जिनके अंगों प्रतियंगों से नित्य प्रेम रस का वर्षण होता है ।
मृदंग, अधौटी, डफ़, बांसुरी आदि की ताल बज रही है एवं दोनों प्रिया प्रियतम केली कर रहे हैं । श्री परमानंद दास जी कहते हैं कि श्री राधा कृष्ण की रंग केली के समागम में सखियाँ मिलकर नाच गान कर रही हैं ।
Madan Gopal Basant plays. Nagari Naval Rasik-Chudamani, Sab Bidhi Rasik Radhika Kant. Nain-nain-per charu bilokani, body-badan-per beautiful beauty. Continuous love for every organ, Ritu aagam nisi karahin vilas. Bajat taal, mridang adhauti, tambourine and flute for the noise. In the confluence of ‘Blissful’ Swami, there was dancing and singing with great colors.
Mr. Madan Gopal is playing Basant today. Along with him is Naval Rasik Chudamani Shri Radhika with whom Radhika Kant Shri Shyamsundar is graceful.
The beauty of Shree Shyama Shyam’s playful carefree eyes and beautiful image of her soft laughing smile is worth seeing. With the arrival of spring, this couple is enjoying the night, whose body parts are oozing love juice daily.
The beats of Mridang, Adhauti, Duff, flute etc. are being played and both Priyas are doing Priyatam Kelly. Shri Parmanand Das ji says that in the gathering of Shri Radha Krishna’s Rang Keli, the friends are dancing and singing together.