खुशबु के बिना चन्दन सुना,
उपवन सुना ये बहार बिना,
मैं सुनी सांवरियां तेरे प्यार बिना,
प्रेम दीवानी बनी सँवारे लोक लाज बिसराई,
अनजानी बेगानी कह कर जग ने हसी उड़ाई,
तुम क्या जानो बिरहन की गति क्या होती है दिलदार बिना,
मैं सुनी सांवरियां तेरे प्यार बिना,
तन मन सुना मधुवन सुना नन्द गऊ बरसना,
बेदर्दी से प्रीत लगा के पड़ा बहुत पश्ताना,
माजी के बिना नैया सुनी गंगा सुनी हरिद्वार बिना,
मैं सुनी सांवरियां तेरे प्यार बिना…
चूड़े बिना चलाई सुनी चंदा बिना चकोरी,
ऐसे ही तेरे बिन सुनी ये बिशवान किशोरी,
माँ बाप बिना बचपन सुना,
नारी सुनी शृंगार बिना,
मैं सुनी सांवरियां तेरे प्यार बिना,
ऐसे मिष्ठूर बने कन्हैया सौतन के भर माये,
तीन दीना के वादा कर के लौट न वापिस आये,
श्रद्धा के बिन भक्ति सुनी ब्रिज वास किशन दातार बिना,
मैं सुनी सांवरियां तेरे प्यार बिना,
Heard sandalwood without fragrance,
Without listening to the garden,
I listened without your love,
Love became a lover of people, Laj Bisrai
The world laughed by saying that the unknown begani,
What do you know what is the speed of Birhan without heart,
I listened without your love,
Body and mind heard Madhuvan, heard Nand Gau rain,
I fell in love with a lot of love,
Without Maaji listened Naiya, heard Ganga without Haridwar,
I have heard saawariya without your love…
Chanda without chakori heard,
That’s how this faithful teenager listened without you,
Childhood without parents heard,
Woman listened without makeup,
I listened without your love,
Kanhaiya became such a sweetheart,
Do not come back after promising three Dina’s,
Without reverence Bhakti heard Brij Was Kishan Datar without,
I listened without your love,