इसी जनम में इन आँखों से
दर्शन तेरे कर पाऊँ,
गोकुल की मैं खाली मटकी
भजनों से तेरे भर जाऊँ !
सुना है कान्हा आज भी
हर दिन तुम वृन्दावन आते हो,
राधा रानी और गोपिन संग
नित ही रास रचाते हो !
ब्रज की घास बना दे मुझको,
तेरे चरण पड़ें और तर जाऊँ,
गोकुल की मैं खाली मटकी,
भजनों से तेरे भर जाऊँ!!
यमुना जी की बन कर माटी
धन्य करूँ इस जीवन को,
बन कर मटकी घर घर पहुँचू
माखन मिश्री रखने को,
तेरे हाथों टूट के मोहन,
अपने भाग्य पे ईठलाऊँ,
गोकुल की मैं खाली मटकी,
भजनों से तेरे भर जाऊँ!!
ऐसा चीर बना दे मोहन
लाज ढकूँ हर नारी की,
बनूँ सुदामा जी के तन्दुल
भूख हरूँ बनवारी की!
मुख में तेरे जा कर कान्हा
दर्शन दिव्य मैं कर पाऊँ,
गोकुल की मैं खाली मटकी,
भजनों से तेरे भर जाऊँ!!
बाँस बनादे मुझको गोविन्द
मुरली बन तेरे कर आऊँ,
छूकर अधर तुम्हारे मोहन
राधा जी के मनभाऊँ!
सुध बुध खो कर साथ में तेरे,
तीन लोक दर्शन पाऊँ
गोकुल की मैं खाली मटकी,
भजनों से तेरे भर जाऊँ!!
इसी जनम में इन आँखों से
दर्शन तेरे कर पाऊँ,
गोकुल की मैं खाली मटकी
भजनों से तेरे भर जाऊँ
In this life with these eyes I can see you Gokul’s main empty pot Let me fill you with hymns!
Heard Kanha even today Every day you come to Vrindavan,
With Radha Rani and Gopin You always like it!
Make me the grass of Braj fall at your feet and get wet, Gokul’s empty pot, Let me fill you with hymns!!
Soil made of Yamuna ji bless this life
become a pot and reach home To keep Makhan Mishri,
By breaking your hands, Mohan be proud of my fate, Gokul’s empty pot, Let me fill you with hymns!!
Make such a rag, Mohan Shame on every woman,
Become Sudama Ji’s Tandul I am hungry!
Kanha in your mouth I can see divine, Gokul’s empty pot, Let me fill you with hymns!!
Make me bamboo, Govinda Murli Ban Tere Kar Aaun,
By touching your Mohan Love Radha ji!
With you by losing your mind, see three people Gokul’s empty pot, Let me fill you with hymns!!
In this life with these eyes I can see you Gokul’s main empty pot fill you with hymns