कोई गीत मन में
महका दो मेरे
शब्द शब्द से मधुर
खुशबू आती रहे
मैं तुझमें ही
खोयी रहूँ सांवरे
हर पल स्मृति
तुम्हारी सताती रहे।।
जला कर रख
दिया सांवरे !
नयनदीप मैंने
मन के द्वार पर
फिर ये बावरा
मनमोहन गीत
गा गा कर तुमको
रिझाता रहे।।
स्पंदन है जो
प्राणों में ये
जल कर तुमकोवन की लौ
जगमगा रही है
प्राणाधार हो तुम
जीवन भर
गीत तुम्हारे ही
गाता रहे।।
no song in mind smell my sweeter than word keep on smelling i’m in you stay lost memory every moment Keep on hurting you.
burn it Gave it! Nayandeep I at the door of the mind then this bawra manmohan song singing to you Keep tempting.
flutter which is in this life burning tumkovan flame is shining you are alive Lifelong song for you Keep singing.