लाज रखो साई नाथ शिरडी वाले,
भक्तो का देदो साथ शिरडी वाले,
मेरे साई फकीरी में भी तुमने बादशाहत की,
दया से प्रेम से किरपा से हर दिल पर हकूमत की,
किया है जिसपे साया उसकी दुनिया ही बदल डाली,
नसीबा उसका चमकाया नजर की जिसपे रेहमत की,
लाज रखो साई नाथ शिरडी वाले,
तुम्हारे नाम की घर घर फैली रोशनी देखि,
तुम्हारी भीख तो चारो तरफ बटती हुई देखि,
जुदा सबसे तुम्हारी देन शिरडी के सफी देखि,
तुम्हे देते नहीं देखा मगर झोली भरी देखि,
लाज रखो साई नाथ शिरडी वाले,
बदली दुखो की छाई कश्ती ववर में आई,
देते हम तड़प कर सरकार की दुहाई,
मुँह हर किसी ने फेरा तूफ़ान ने हमको गेरा,
मायूसियों का बाबा है मेरे घर में डेरा,
बढ़ कर हमें संभालो मझधार से निकालो,
तुम पार कार्डो बेडा तूफ़ान से बचा लो,
लाज रखो साई नाथ शिरडी वाले,
Shame on you Sainath Shirdi Wale,
Devotees of the devotees with Shirdi,
You ruled even in my Sai Fakiri,
Ruled every heart with kindness with love,
The one on whom the shadow changed his world,
Luck looked at his shining eyes on whom he rested,
Shame on you Sainath Shirdi Wale,
See the light of your name spread from house to house,
Look, your begging is spreading everywhere.
See the best of yours, Safi of Shirdi.
Didn’t see you giving, but see the bag,
Shame on you Sainath Shirdi Wale,
Changed the shadow of sorrow came in the boat,
We cry out to the government by giving,
Everyone turned their face, the storm engulfed us,
The baba of despair is in my house,
Rise up, take care of us, take us out of the middle,
Save you from the storm,
Shame on you Sainath Shirdi Wale,