लाखों के भाग जगे मेरे बाबा के इशारे से,
खाली ना गया कोई मेरे श्याम के द्वारे से,
तेहरीर ये बदल देता तस्वीर बदल देता,
पल में बद किस्मत की तकदीर बदल देता,
दौड़ा चला आता है,एक बार पुकारे से,
खाली ना गया कोई मेरे श्याम के द्वारे से,
जिसके मन मंदिर में तेरी जोत निराली है,
हर दिन है वहां होली हर रात दिवाली है,
जो मांग न है मांगो हारे के सहारे से,
खाली ना गया कोई मेरे श्याम के द्वारे से,
विक जाता मोल बिना ये भाव तराने में,
लहराए बसंत छठा पतझड़ वीराने में,
बन जाते रंक राजा इक बार निहारे से,
खाली ना गया कोई मेरे श्याम के द्वारे से,
करुणा का सागर है कहती दुनिया सारी,
पल में भंगार भरे कलयुग का अवतारी,
बृजवासी किशन जीवन मेरा श्याम सहारे से,
खाली ना गया कोई मेरे श्याम के द्वारे से,
Millions of people woke up by the behest of my Baba,
No one went empty through my shyam,
Tehrir would have changed the picture.
Change the fate of bad luck in a moment,
Ran comes, once called,
No one went empty through my shyam,
Whose mind is your holding in the temple unique,
Every day there is Holi, every night there is Diwali,
Ask what is not in demand with the help of the loser,
No one went empty through my shyam,
This price goes without being sold in Tarane,
In the wilderness, the sixth spring waved
Became a king of kings by looking at it once,
No one went empty through my shyam,
The ocean of compassion says the whole world,
The incarnation of Kalyug filled with fickleness in a moment,
Brijwasi Kishan life with my shy support,
No one went empty through my shyam,