लक्ष्मी मां श्रीवान बना दो,
निर्धन हूं धनवान बना दो
जग में अब सम्मान दिला दो
विष्णु जी के दरस करा दो
तेरी शरण खड़ा हूं मैं
वीणा धरनी विद्वान बना दो
मन से अब आज्ञा हटा दो
मुझको प्रज्ञावान बना दो
श्री विरंची के दरस कर दो
तेरी शरण खड़ा हूं मैं
गजमुख बुद्धिमान बना दो
रिद्धि सिद्धि की शरण बैठा दो
दृष्टि पुष्टि के चरण बैठा दो
भोले बाबा के दरस करा दो
शुभ लाभ के दर्शन करवा दो
तेरी शरण खड़ा हूं मैं
यक्षराज निर्धनता मिटा दो
धन दौलत से घर भरवा दो
भौतिक सुख साधन दिलवा दो
मेरे घर धन वर्षा करवा दो
तेरी शरण खड़ा हूं मैं
सीता माई कर दो कृपा बैठा हूं तेरे सहारे से
जीवन दुख में बीत रहा है कह दो पालनहारे से
जब तक कृपा नहीं करोगी जाऊंगा नहीं द्वारे से
सारे दुख मिटा दो दाती श्री राम के दर्शन करवा दो
तेरी शरण खड़ा हूं मैं
श्री राम जी अपना भक्त बना दो
अभक्ति का संताप मिटा दो
भक्ति या फिर मोक्ष दिला दो
परमधाम के दर्शन करवा दो
तेरी शरण खड़ा हूं मैं
गुडाकेश दो अपना आचरण
मैं भी फनीश हूं बना दो लक्ष्मण
श्री राम चरण में दो आकर्षण
जय हो जय हो तेरी संकर्षण
तेरी शरण खड़ा हूं मैं
भक्तराज भक्ति अधिनायक
राम भक्त को सदा सहायक
धर्मधुरंधर रामचरण अनुरागी
भारत राम दर्शन बड़भागी
तेरी शरण खड़ा हूं मैं
शत्रुघ्न अतिशय प्यारे
काटो सुदर्शन पाप हमारे
ले चलो श्री राम के द्वारे
रहेंगे स्वामी दास तुम्हारे
तेरी शरण खड़ा हूं मैं
जय जय जय श्री हनुमान नाथ बल बुद्धि भक्ति दान दो
माया से विरक्त रहूं मैं स्वामी कुछ ऐसा वरदान दो
श्री राम की राज्यसभा में मुझको भी स्थान दो
एक आसरा नाथ है तुम्हारा अब यह सब मुझे हनुमान दो
तेरी शरण खड़ा हूं मैं
शंकर शक्ति नाम अनोखा सारे जग ने गाया है
तीन लोक सातों मंडल सब कुछ उनकी माया है
शक्ति समय है कण कण में शंकर जग़ की काया है
इनका ही प्रकाश दीयों में तेज रूप में समाया है
इनकी शरण खड़ा हूं मैं
(हमारी तरफ से आप सबको दिवाली की ढेर सारी शुभकानाए )












