रे मन चल तू अब तो साईं दवारे,
अब तो साईं दवारे मनवा,
रे मन चल तू अब तो साईं दवारे,
हर घडी तुझको साईं भुलाये तू ओरो से प्रीत लगाये,
साथ न देगा कोई जीवन में क्यों और ने गुण खाले,
रे मन चल तू अब तो साईं दवारे,
माया मोह का झूठा फंदा जिसमे फसा तू मुरख बाँदा,
भूल जा अब तू गोरख धंदा मान के एक सपना रे,
रे मन चल तू अब तो साईं दवारे,
जीवन सारा बिफल गवाया तू ही बता तूने क्या क्या पाया,
अनत समय वोही काम न आया जिसे समजा अपना रे,
रे मन चल तू अब तो साईं दवारे,स्वरअनूप जलोटा
Come on my mind, now you are by Sai,
Now it is said by Sai,
Come on my mind, now you are by Sai,
Every hour you forget your Sai, you fall in love with others,
Why would no one support in life and eat the virtues,
Come on my mind, now you are by Sai,
The false noose of illusion in which you are entangled in a fool,
Forget it, now you are a dream of Gorakh Dhanda Mann,
Come on my mind, now you are by Sai,
You lost your whole life, tell me what you got,
In the end, only that work did not work, which he understood as his own,
Re Man Chal Tu Ab To Sai Dware, Swaranoop Jalota