हो गया अब मुझे श्याम पे ऐतबार,
मेरा मालिक हो गया है बाबा लखदातार,
शाम सवेरे अब मैं तो सुमिरण इसका करूँ,
चाहे कहे कोई कुछ भी दुनिया से ना डरूं,
हर घड़ी दिल में रहे इसका ही खयाल।
हो गया अब मुझें श्याम पे ऐतबार,
मेरा मालिक हो गया है…….
दुःख की नहीं है अब चिंता दुःख में था जी रहा,
आंसू लगे अब अमृत हंस हंस के पी रहा,
दामन में मिली मुझे खुशियाँ बेशुमार।
हो गया अब मुझें श्याम पे ऐतबार,
मेरा मालिक हो गया है…..
मीत नहीं मेरा कोई तुझ पे भरोसा मेरा,
रखना सदा चरणों में बरसे तेरी करुणा,
आँखे ना मूंद लेना मेरे सांवरिया सरकार।
हो गया अब मुझें श्याम पे ऐतबार,
मेरा मालिक हो गया है…..
I’m done, now I’m worried about shyam,
Baba Lakhdatar has become my master.
In the evening, now I will do it for good reason,
No matter what anyone says, I should not be afraid of the world,
Keep this in your heart at all times.
I’m done, now I’m worried about shyam,
I have become master……
There is no sorrow, now the worry was living in sorrow,
Tears started, now Amrit Hans is drinking with a swan,
I got a lot of happiness in my arms.
I’m done, now I’m worried about shyam,
I have become the master…..
I don’t have any trust in you.
Keep your compassion at your feet always,
Don’t close your eyes, my Saawariya government.
I’m done, now I’m worried about shyam,
I have become the master…..