मेरे अंगना में इक वारी आ ,साँवरिया नंद नंदना,
घर मेरे आओगे तो मिश्री खिलाऊंगी
घर मेरे आओगे तो माखन खिलाऊंगी
पेड़ा बर्फी मैं दूंगी मंगा साँवरिया नंद नंदना
मेरे अंगना में . . . . .
काली कमलिया लायी दूंगी मैं
मौर मुकुट मंगवाए दूंगी मैं
पीला पटका में दूंगी सिला साँवरिया नंद नंदना
मेरे अंगना . … .
राधा जी की संग लेकर आना
मैं नाचूँ तुम मुरली बजाना
मेरे अंगना में ठुमका लगा
सावरिया नंद नंदना
मेरे अंगना. . ..
लाये दूंगी हरे बांस की पोरी
लाये दूंगी नूपुर की जोड़ी
मेरा मन मधुप पे रिझा साँवरिया नंद नंदना
मेरे अंगना . . . ..
कुञ्ज गौतम ब्रजवासीस्वरचित्र विचित्र
I have come in my angana, saawariya nand nandana,
If you come home, I will feed you sugar candy.
If you come home, I will feed you butter.
I will give Peda Barfi Manga Saawariya Nand Nandana
in my organ. , , , ,
I will bring black lotus
I will get maur crown
I will give sila saawariya nand nandana in yellow patka
My organ ,
bring Radha ji’s company
I dance you play the flute
thumka in my angana
Savaria Nand Nandana
My organ. , ,
I will bring green bamboo porridge
I will bring Nupur’s pair
My mind Madhup pe rijha saawariya nand nandana
My organ , , ,
Kunj Gautam BrajwasiSwarchitra Vichitra