मेरे बजरंगी बाला तू जिसके साथ है,
मेरे मेहंदीपुर वाले तू जिसके साथ है,
उसको जीवन मे डरने की क्या बात है,
मेरे बजरंगी बाला तू जिसके साथ है,
ओ घाटे वाले सालासर वाले तुम राम के प्यारे हम है बलिहारे,
जिसने सजदे में सिर को झुकाया तूने पल भर में संकट मिटाया,
उसने जीवन में खाई न कभी मात है,
मेरे बजरंगी बाला तू जिसके साथ है,
तेरा सुमिरन जो सच्चे मन से करता,
उसके दुःख संकट पल भर में हरता,
मुश्किलों को है दी उस ने मात है,
मेरे बजरंगी बाला तू जिसके साथ है,
इसके चरणों में अर्जी लगा ले,
काम फिर चाहे कुछ भी करा ले,
देता भर भर खजाने और सौगात है,
मेरे बजरंगी बाला तू जिसके साथ है,
With whom are you my Bajrangi Bala?
With whom are you from my Mehndipur,
What’s there to be afraid of in his life?
With whom are you my Bajrangi Bala?
You are the beloved of Ram, we are Balihare, who have a loss.
Whoever bowed his head in sajdah, you removed the trouble in a moment,
He has never ditched in life,
With whom are you my Bajrangi Bala?
Thy Sumiran who does it with a sincere heart,
His sorrow and troubles would disappear in a moment,
He has overcome difficulties,
With whom are you my Bajrangi Bala?
Apply at its feet,
Get the job done no matter what,
Giving is full of treasures and gifts,
With whom are you my Bajrangi Bala?