मैंने घी के दीप जलाए राहो में है नैन बिछाये,
पूजा करती सुबह शाम जी मेरे घर आजो राम जी
राम जी घर में आये स्वर्ग सागर हो जाए
और न कुछ भी चाहे हो रामा हो
मैंने गंगा जल मंगवाया और है घर को खूब सजाया,
मन में हर पल तेरा नाम जी,
मेरे घर आ जाओ राम जी
मैं तो चरणों की दासी इक तेरे दर्श की प्यासी
तुम बिन रहे उदासी
मुझको समजो न बेगाना सीता मैया को भी लाना
संग में लाना हनुमान जी
मेरे घर आ जाओ राम जी
तुम्हारे पैर पखारू तुम्हे मैं मन में धारु
नही वचनों से हारू
कवी सिंह करती है गुणगान सारे बोलो जय श्री राम
अवध में बन गया है धाम जी
मेरे घर आ जाओ राम जी
I have lit ghee lamps, I have laid naan in the path,
Worshiping in the morning and evening ji at my house today Ram ji
May Ram ji come home and become the ocean of heaven.
And no matter what you want, be it Rama
I have ordered Ganga water and have decorated the house a lot,
Your name in my mind every moment,
come to my house ram ji
I am the maid of the feet, I am thirsty for your vision
you are sad
Don’t understand me, bring Sita Maiya too
Bringing Hanuman ji with you
come to my house ram ji
I will keep you in my mind
don’t lose by words
Kavi Singh sings all praises Jai Shri Ram
Awadh has become Dham ji
come to my house ram ji