ना मेरी तकदीर का
ना सारे जहान का
मेरे घर में जो कुछ भी है
दिया हुआ है श्याम का
दबी पड़ी है झोपड़ी
बाबा के एहसान से
भरा पड़ा है घर मेरा
बाबा के सामान से
रोम रोम मेरा कर्जदार है
बाबा के एहसान है
मेरे घर में जो कुछ भी है
दिया हुआ है श्याम का
ना मेरी तकदीर का
ना सारे जहान का
मेरे घर में जो कुछ भी है
दिया हुआ है श्याम का
not my destiny
not all world
whatever is in my house
given Shyam’s
buried hut
by Baba’s favor
my house is full
from baba’s stuff
Rome Rome is my debtor
Baba’s favor
whatever is in my house
given Shyam’s
not my destiny
not all world
whatever is in my house
given Shyam’s