इतनी किरपा करो मुझपर,
गन गाउ सुबह शाम,
मेरे मन मंदिर में हर पल गूंजे तेरा नाम,
साई राम साई श्याम
पालकी बन जाये तन मेरा जिसमे हो तेरी मूरत,
अपनी आँखों से मैं देखो हर पल तेरी सूरत,
तेरी हर एक नजर खातिर विक जाऊ बिंदास,
मेरे मन मंदिर में हर पल गूंजे तेरा नाम,
साई राम साई राम साई राम,
एक बार जो शिरडी जाए तेरा ही बन जाए,
दवार पाई कमाई की पवन मिटी सब दुःख दर्द मिटाये,
एक बार तेरा नाम जपे जो काटते पाप तमाम,
मेरे मन मंदिर में हर पल गूंजे तेरा नाम,
साई राम साई राम साई राम,
नौकर बन जाऊ जो तेरा धन्य भाग हो मेरे,
मिल जाये जो तेरी शरण रज,
कटे जनम के फेरे,
सुन ले तू फर्याद हर्ष की मिल जाये आराम,
मेरे मन मंदिर में हर पल गूंजे तेरा नाम,
साई राम साई राम साई राम,
be so grieved at me,
Gun cow morning evening,
Every moment your name resonates in my mind temple,
Sai Ram Sai Shyam
The palanquin becomes my body in which your idol is,
With my eyes I see your face every moment,
For the sake of every one of your eyes, let me be cool,
Every moment your name resonates in my mind temple,
Sai Ram Sai Ram Sai Ram,
The one who goes to Shirdi once becomes yours,
The wind of earning the door, erased all sorrow and pain,
Chanting your name once, which reaps all the sins,
Every moment your name resonates in my mind temple,
Sai Ram Sai Ram Sai Ram,
Become a servant who is your blessed part of me,
May you find your refuge Raj,
cut birth rounds,
Listen, you may get the comfort of Haryad Harsh,
Every moment your name resonates in my mind temple,
Sai Ram Sai Ram Sai Ram,