मेरे मन में बस गये राम
अपने अपने घरन की सब काहू को पीर
तुम्हे पीर सब घरन की धन्य धन्य रघुबीर
मेरे मन में बस गये राम,
मैं तो गाऊं राम राम,
चाहे सुबह हो चाहे शाम,
मैं तो गाऊंराम राम,
मुझको दुनिया से क्या काम,
मैं तो गाऊं राम राम,
मेरे श्याम ही मेरे राम,
मैं तो गाऊं राम राम,
अवधपुरी है पावन धाम,
मैं तो गाऊं राम राम,
जग में गूंजे सांचो नाम,
मैं तो गाउँ राम राम,
बन गये बिगड़े सारे काम,
मैं तो गाऊं राम राम
मेरे पाप कटे तमाम,
मैं तो गाऊं राम राम,
ना चाहूं कोई नाम,
मैं तो गाऊंराम राम,
सुमिरन करूं मैं आठो याम,
मैं तो गाउँ राम राम,
भव से तारे एक ही नाम,
मैं तो गाऊं राम राम,
मेरे मन में बस गये राम ,
मैं तो गाऊं राम राम,
राम राम राम राम,
राम राम राम राम,
राम राम राम राम,
राम राम राम राम
Ram settled in my mind:
Pier all the kahu of your own house.
Blessed Raghubir will bless you all.
Ram settled in my mind,
I will sing Ram Ram,
Whether it is morning or evening,
I will sing Ram Ram,
What do I do with the world?
I will sing Ram Ram,
My Shyam is my Ram,
I will sing Ram Ram,
Awadhpuri is the holy abode,
I will sing Ram Ram,
The name echoed in the world,
I will sing Ram Ram,
All the bad things have become,
I will sing Ram Ram
All my sins are cut away,
I will sing Ram Ram,
I don’t want any name
I will sing Ram Ram,
Sumiran I eight yams,
I will sing Ram Ram,
The stars are one name only,
I will sing Ram Ram,
Ram settled in my mind,
I will sing Ram Ram,
Ram Ram Ram Ram,
Ram Ram Ram Ram,
Ram Ram Ram Ram,
Ram Ram Ram Ram—