मेरी खुशियों का नही है ठिकाना के मेरे घर साईं आये है,
चन्दन की चोंकी मैं सजाऊ गंगा जल से पाओ धुलाऊ,
फूलो की माला पहनाकर माथे चंदन तिलक लगाऊ,
ज़रा पूजा की थाली सजाना के मेरे घर साईं आये है,
मेरी खुशियों का नही है ठिकाना…..
नाचे मन हो कर मतवाला मुझसा न कोई किस्मत वाला,
मेरे घर आया है देखो बाबा मेरा शिर्डी वाला,
मन झूम के गाये तिराना के मेरे घर साईं आये है,
मेरी खुशियों का नही है ठिकाना…
झोली खुशियों से भर देगे काम सभी पुरे कर देंदे,
कामना दिल में जो है सबके अज्ज सभी पूरी कर देंगे,
मैं नाचूगा बनके दीवाना के मेरे घर साईं आये है,
मेरी खुशियों का नही है ठिकाना
My happiness is not where Sai has come to my house,
I will decorate the sandalwood stick and wash it with the water of the Ganges,
Wearing a garland of flowers, apply sandalwood tilak on the forehead,
Sai has come to my house to decorate the plate of worship.
There is no place for my happiness…..
I don’t have any luck like me,
Baba has come to my house, my Shirdi wala
Sai has come to my house in Tirana with the sung of Mana Jhoom,
There is no place for my happiness…
Will fill the bag with happiness, let everyone complete the work,
The wish that is in the heart, everyone’s pride will be fulfilled,
Sai has come to my crazy house as a dance.
my happiness has no place