मनमोहन तुझे रिझाऊं, तुझे नित नए लाड लडाऊं,
बसा के तुझे नयन में, छिपा के तुझे नयन में।
गीत बन जाऊं तेरी बांसुरी के स्वर का,
इठलाती बलखाती पतली कमर का।
पीला पटका बन जाऊं,
बसा कर नयन में, बसा कर तुझे नयन में॥
रूप सुधा का पीऊ सामने बैठा के,
फूलों की छैया में तुझ को लिटा के,
तेरे धीरे धीरे चरण दबाऊं,
बसा कर नयन में, बसा कर तुझे नयन में॥
घुँघरू बनू जो तेरे पायल का प्यारे,
पल पल चूमा करूँ चरण तिहारे।
तेरे स्नाग संग नाचूं गाउन,
छिपा कर नयन में, बिठा कर तुझे नयन में॥
राधिका किशोरी संग रमण रिहारा,
मुझ को दिखा दो कभी ऐसा नज़ारा।
फिर चाहे मैं मर जाऊं,
बिठा कर नयन में, बसा कर नयन में॥
मनमोहन मन मना करके किस भांति रिझालूं तुझे,
कुछ तो अरमान मिटे दिल का, इस छाती से नेक लगा लूँ तुझे।
अब और विशेष ना कामना है, बस अंक में श्याम बिठा लूँ तुझे,
उर अंतर में छिपा लूँ तुम्हे, निज प्राणों का प्राण बना लूँ तुझे जय हो प्रभू
Manmohan, let me woo you, let me pamper you with new things every day, Keep you in my eyes, hide you in my eyes.
Let me become a song of the sound of your flute, Flaunting and boasting a thin waist. I will become a yellow flag, Make you dwell in my eyes, make you dwell in my eyes.
Sitting in front of Roop Sudha, By making you lie down in the shade of flowers, Let me press your feet slowly, Make you dwell in my eyes, make you dwell in my eyes.
I will become the curl that is dear to your anklet, Let me kiss your feet every moment. I will dance with your snag, gown, Hiding you in my eyes, making you sit in my eyes.
Raman Rihara with Radhika Kishori, Show me such a view sometime. Even if I die, Make me sit in my eyes, make me sit in my eyes.
Manmohan, how can I persuade you by refusing? My heart’s desires for something are gone, I can hug you dearly to this chest. Now I don’t have any special wish, I just want you to sit in my lap.
May I hide you within myself, may I make you the soul of my life. Hail Lord.