मुझे है इक आस तेरी मन को प्यास तेरी सांवरे साथ तेरा
थाम लो हाथ मेरा अर्ज घनश्याम मेरी,
ना सेवा ना सुमिरन तेरा ना कोई साधन जानू
ज्ञान योग ना कर्म योग ना भक्ति का मार्ग जानू
तेरा ही नाम सुबहो शाम
काम यही हो सांवरे साथ तेरा
मैंने सुना है तुम भक्तों की टेर सुन आते हो
हर संकट में हर मुश्किल में राह दिखलाते हो
ऐसी दया ऐसी कृपा सदा बरसा दो सांवरे साथ तेरा,,,,
कन्हैया मेरी सुन लो पुकार करुणा कर लो उबार
हरी मैं तेरे आई हूं द्वार
मुरलीधर दे दो प्यार नाथ अधम को उबार लेना पल में काम तुम्हारा
तुम चाहो तो कर दो कान्हा बेड़ा पार हमारा
यह मझधार तू पतवार यार तुम ही हो सांवरे साथ तेरा,,
I have a hope, your mind is thirsty with your beauty
Hold my hand my application Ghanshyam Mary,
Neither service nor sumiran, you know no means
Know the path of Jnana Yoga neither Karma Yoga nor Bhakti
Your name is morning and evening
this is your work with you
I have heard that you come to hear the concerns of the devotees.
In every crisis, you show the way in every difficulty
Always shower such kindness with you,
Kanhaiya listen to me call out compassion
Green I have come to your door
Murlidhar De Do Pyar Nath Salvage Adham Your work in a moment
If you want, do it Kanha fleet crosses our
This middle man, you are the rudder friend, you are with me,