पहला पुजाइयो झुंझुनू जी पाछे पुजायो देव सर जी,
बाद में ढोकवा धाम नारायणी को जवाब नहीं,
सबसे पहला सांसरिये की घर घर ज्योत जगाई,
पाछे मूल स्थान पे दादी जी पुजवाई,
बाद में पीहरिये में आई ढोकवा धाम की शान बड़ाई,
झुक झुक करा परनाम नारायणी को जवाब नहीं
योगन सुहगन ससरिया को जग में मान बढ़ावे,
वीके पेहरिये में सुन लो दुःख कदे न आवे,
दादी जी की राह पे चलो जी,
जो कहे दादी वही करो जी,
होव गो निज कल्याण दादी को जवाब नहीं,
झुंझुनू देवसर ढोकवा दादी ने लागे प्यारो,
.जो भी करे तीनो का दर्शन हॉवे वारो न्यारो,
भक्ति मिलेगी शक्ति मिले गी,
नाम जपो गे तो शक्ति मिले गी,
गावे है महिमा श्याम नारायणी को जवाब नहीं
First Pujayo Jhunjhunu Ji Pache Pujayo Dev Sir Ji,
No answer to Dhokva Dham Narayani later,
First of all, the fire was lit from house to house,
Dadi ji worshiped at the original place behind,
Later, the glory of Dhokwa Dham came in Pehriye,
Don’t bow down to Paranam Narayani
May Yogan Suhgan Sasaria be respected in the world,
Listen in VK Pehriye, never let sorrow come,
Follow Grandma’s path, ji
Do whatever Grandma says,
How go my welfare Dadi no answer,
Jhunjhunu Devsar Dhokwa Dadi engaged dear,
.Whoever does, must have the vision of all three,
You will get devotion, you will get power,
If you chant the name, you will get power.
Gave Hai Mahima is not the answer to Shyam Narayani