पैरा दे विच घुंगरू पा के दर ते नचदा आ,
चरना दे विच बह के माये दिल दा हाल सुनावा
तेरे वाजो दस माँ किसनू दिल दा हाल सुनावा,
तेरे दर न छड़ के माये होर मैं किस दर जावा,
हर पल तनु याद करा तेरा हर पल शुक्र मनावा,
पैरा दे विच घुंगरू पा के दर ते नचदा आ,
राजा अकबर दर तेरे माँ नंगे पैरी आया,
ध्यानु ने भी शीश माये तेरे चरना विच चढ़ाया,
मैं भी भगता संग मिल के तेरी जय जय कार भुलावा,
पैरा दे विच घुंगरू पा के दर ते नचदा आ,
आखिर साह तक नच नच के मैं तनु न मनौना,
इक तमना दीपक दी तेरा दर्शन पौना,
कण कण दे विच देखा तनु अंग संग तनु पावा,
पैरा दे विच घुंगरू पा के दर ते नचदा आ,
He puts a drum in his feet and dances at the door,
Charna De Vich Bah Ke Maye Dil Da Hal Sunava
Tere Wajo Das Maa Kisnu Dil Da Haal Sunawa,
Tere Dar Na Chhad Ke Maye Hor Main Kis Dar Java,
Har Pal Tanu Yaad Kara Tera Har Pal Shukr Manawa,
He puts a drum in his feet and dances at the door,
Raja Akbar Dar Tere Maa Nage Pairi Aaya,
Dhyanu ne bhi sheesh mayye tere charna vich chadhaya,
Main Bhi Bhagta Sang Mil Ke Teri Jai Jai Kar Bhulava,
He puts a drum in his feet and dances at the door,
Aakhir Sah Tak Nach Nach Ke Main Tanu Na Manauna,
Ik Tamanna Deepak Di Tera Darshan Pauna,
Kan Kan De Vich Dekha Tanu Ang Sang Tanu Paava,
He puts a drum in his feet and dances at the door,