प्रभु तुम हमारे स्वामी तुम प्राण प्यारे
श्री राम जय राम जय जय राम
हे प्रभु ये भौतिक सुख सच्चे नहीं,
ये शरीर की पुरती के साधन मात्र है। मुझे तुम्हारा ही सहारा
हे परमेशवर हे स्वामी हे भगवान् नाथ तुम आत्मा के स्वामी हो।श्री राम जय राम जय जय राम
अब ये दिल तुम्हारा बन जाना चाहता है
तुम में समा जाना चाहती हूं
प्रभु तुम हमारे स्वामी तुम प्राण प्यारे
तुम कहां हो मैं तुम्हें देखना चाहती हूं।
हे मेरे स्वामी, हे मेरे भगवान, हे प्रभु,
हे दीनदयाल, हे नाथ ये आंखें, दिल आत्मा तुम्हें खोज रहे है
तुम मुझे छोड़कर कहां चले गए हो।
प्रभु तुम हमारे स्वामी तुम प्राण प्यारे
प्रभु आज क्या भुल हुई है।
दिल पुकारता है तुम चले आओ
आज दिल की तमन्ना यही है
तुम इस दास को पवित्र बनाओ।
हे प्रभु अब तो एक ही सहारा है
तुम हमारे दिल में बस जाओ।
प्रभु तुम हमारे स्वामी तुम प्राण प्यारे
जय श्री राम अनीता गर्ग