राम के प्यारे बाला जी,
तेरा साँचा है दरबार के तेरे जैसा और न,
तेरे दिल में छवि श्री राम की,
शिव शंकर के अवतार के तेरे जैसा और न,
कोई जय जय तेरे नाम की,
तू बड़ा है करूँ आधार के तेरे जैसा और न,
बड़ी चर्चा तेरे धाम की,
हे घाटे के सरदार के तेरे जैसा और न,
की प्रभु ने बड़ाई तेरे काम की,
तेरी लीला अप्रम पार के तेरे जैसा और न,
मेरे मन में रटन सुबह शाम की,
धीरां करे जयकार, के तेरे जैसा और न,
Ram’s beloved Balaji,
Your mold is like you in the court and not,
The image of Shri Ram in your heart,
Shiv Shankar’s incarnation like you and not,
Koi jai jai tere naam ki,
You are big, I can’t base like you anymore,
Big discussion about your Dham,
O chief of losses, there is no one like you,
that the Lord glorified your work,
Your lila is unparalleled, like you and not,
The morning and evening rot in my mind,
Be patient and cheer, that there is no more like you,