रंग लाइ है बर्बरीक तेरी क़ुरबानी

radha4 2390997  480

रंग लाइ है बर्बरीक तेरी क़ुरबानी,
आज घर घर में पूज रहा है शीश के दानी,
आया तेरा ज़माना कलयुग का वरदानी,
आज घर घर में पूज रहा शीश के दानी,

कहानी है तेरी ज़माने से जुदा,
तेरे जैसा कोई न हुआ न होगा,
याद है आज भी तेरी वो दासता,
तेरे तरकश में रखे तीन बाणो का समां,
सारे पते छीजेरे तेरे एक बाण से,
देखते शाम रहे तुझे हैरान से,
कहानी ने यही से मोड़ लिया बलदानी,
आज घर घर में पूज रहा शीश के दानी,
रंग लाइ है बर्बरीक तेरी क़ुरबानी,

देख के तेरा बल श्याम ने सोच लिया,
ये मचाये गा केहर इस ने जो युग किया,
रहे गा ये सदा हार होती है जिधर,
आज होगा इधर तो कल होगा उधर,
यही चलता रहो तो होगी मुश्किल बड़ी,
कुछ तो करना पड़े गा है मुझे इस गड्डी,
तब तेरा शीश मांगने श्याम ने ठानी,
आज घर घर में पूज रहा शीश के दानी,
रंग लाइ है बर्बरीक तेरी क़ुरबानी,

दकक्षणा शीश की मांग ली श्याम ने,
हाथ में शीश था श्याम के सामने,
श्याम ने वर दिन ओ प्यारे बर्बरीक,
मेरे ही नाम से होगी पूजा तेरी,
पूजे गा कलयुग में बर्बरीक तू घर घर,
ना रहेगा कोई तुझसे फिर बे खबर,
ये वचन सच हुआ कहता है बगड़ा,
आज घर घर में पूज रहा शीश के दानी,
रंग लाइ है बर्बरीक तेरी क़ुरबानी,

Rang Lai Hai Barbarik Teri Qurbani,
Today, the donor of the head is being worshiped in the house,
Your era has come, the blessing of Kali Yuga,
Today, the donor of the head is being worshiped in the house,
The story is different from your time,
There will never be anyone like you,
Remember that nemesis of yours even today,
The sum of three arrows kept in your quiver,
All the addresses are taken away from you with one arrow,
Seeing you surprised by the evening,
The story took a turn from here Baldani,
Today, the donor of the head is being worshiped in the house,
Rang Lai Hai Barbarik Teri Qurbani,
Seeing your strength, Shyam thought,
The era that he did,
Wherever there is always defeat,
Today will be here, tomorrow will be there,
If this continues, it will be difficult
I have to do something
Then Shyam decided to ask for your head,
Today, the donor of the head is being worshiped in the house,
Rang Lai Hai Barbarik Teri Qurbani,
Shyam asked for Dakshana Sheesh,
There was a head in hand in front of Shyam,
Shyam has blessed the day, O dear Barbarik,
Your worship will be done in my own name.
In Kalyug, you worshiped Barbarik from house to house,
There will be no bad news from you again,
This word has come true, it says buga,
Today, the donor of the head is being worshiped in the house,
Rang Lai Hai Barbarik Teri Qurbani,

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter
Share on pinterest
Share on telegram
Share on email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *