रे मन भज ले तू हरि नाम॥
तेरे बन जाएंगे बिगड़े काम
मन के भरम में उलझा रहा तूँ
प्रभु को ना पहचान सका
भाग्य-विधाता कर्म है तेरा
इतना भी ना जान सका
अब तो मति सुधार ले अपनी
कर ले कुछ नेकी के काम
रे मन भज ले तूँ हरि नाम॥
मानव होकर मूरख तूने
कभी ना पर-उपकार किया
जनम गँवाया व्यर्थ में अपना
मन का मैल ना साफ़ किया
जीवन धन्य बना ले अपना
कर ले कुछ सेवा के काम
रे मन भज ले तूँ हरि नाम॥
।।श्री हरि अर्पणमास्तू।।
Re man bhaj le tu hari naam॥
your work will become bad
You are getting entangled in the illusion of your mind
could not recognize the lord
Destiny-maker is your karma
didn’t even know
Now improve your mind
do some good deeds
Re Mann Bhaj Le Tu Hari Naam॥
being human you are stupid
never thanked
lost his birth in vain
did not clear the mind
make your life happy
do some service work
Re Mann Bhaj Le Tu Hari Naam॥
..Shri Hari Arpanamastu..