साहेब तेरी खिदमत चाहूँ , कुछ भी चाहु ना
छोड़ तेरी चौखट बाबा दूर जाउ ना
चाहूं तो बस तुझसे तेरा
प्यार चाहूं हां
ओ बाबा भगतराम बाबा भगतराम,
देखा है तुझमें राम देखा है श्याम,
संगत की बातों में सत्संग की रातों में रहते हो बाबा मेरे साथ..
आंखों के अश्कों से दिल के सुकूनों से
रहते हो बाबा मेरे पास
साहेब तेरी,,,,
आनंद के सागर में नटवर नागर में
तेरी ही खुशबू है अपार
बंसी की तानों में
तेरे दीवानों में होते हैं तेरे दीदार,,
साहेब तेरी,,,,
Sir, I want your blessings, I don’t want anything
Don’t leave your doorstep, Baba, go away
If I want only yours
want love yes
Oh Baba Bhagat Ram Baba Bhagat Ram,
Have seen Ram in you, I have seen Shyam,
Baba stays with me on the nights of satsang in the words of the company..
From tears of eyes to peace of heart
stay with me baba
sahib teri,
At Natwar Nagar in the ocean of anand
Your fragrance is immense
in the strings of bansi
Your eyes are in your fans,
sahib teri,