सांवरिया मेरे साँवरिया,
आजा मेरे सावरिया,
साँवरिया मेरे सावरिया,
तेरे दरस को तरस गई रे,
हो गई मैं तो बाँवरिया,
साँवरिया मेरे सावरिया।
धुन मुरली की मुरलीवाले,
अपनी तुम सुनाने,
मथुरा से आओगे कब,
वृन्दावन रास रचाने,
तेरी राह निहारूं बैठी,
मैं तो कदम्ब सांवरिया,
साँवरिया मेरे सावरिया।
तेरी छवि बसी है मन में,
मेरे शाम सवेरे,
जुड़ चूका है तार साँसों का,
अब तेरे संग मेरे,
सूना सूना पनघट लागे,
भरने जाऊं जब गगरिया,
साँवरिया मेरे सावरिया
Saawariya Mere Saawariya,
Aaja my sawariya,
Saawariya Mere Saawariya,
I have longed for you,
I have become Bawariya,
Saawariya my Saawariya.
Dhun Murli Ki Murliwale,
you hear yourself,
When will you come from Mathura?
Vrindavan Raas Rasana,
I sat watching your path.
I am Kadamba Saawariya,
Saawariya my Saawariya.
Your image is settled in my mind,
my morning,
The wire is connected to the breath,
Now with you with me
A deserted rain fell,
When I go to fill Gagaria,
Saawariya Mere Saawariya