साथी रे भूल ना जाना मेरा प्यार
मेरी वफ़ा का ऐ मेरे हमदम
कर लेना ऐतबार
साथी रे भूल ना जाना मेरा प्यार
दूर कभी कर दे जो मजबूरी
वो दूरी तो होगी नज़र की दूरी
तेरी दुवाएं गर साथ रही,
आयेगी फिर से बाहर
साथी रे भूल ना…..
काश कभी ये रैना ना बीते
प्रीत का ये पैमाना कभी ना रिते
डर है कही आनेवाली सहर,
ले ले ना दिल का करार
साथी रे भूल ना जाना…….
Don’t forget mate my love
Oh my love
do it again
Don’t forget mate my love
ever take away the compulsion
That distance will be the distance of sight
May your connections be with you,
will come out again
Don’t forget mate…..
I wish this rain never passed
Never measure this measure of love
There is a fear somewhere to come,
le le na dil ka agreement
Don’t forget mate……..