साई तुझे दिल की सुनाऊ मैं सदा तेरा दास काहू मैं,
सदा तेरे संग रहना चाहु मैं,
तेरे बिन चैन न पाउ मैं,
कैसे इस दिल को समजाउ मैं,
सदा तेरे संग रहना चाहु मैं,
साई मुझे चरणों की धूल बना,
चाहे मुझे प्यारा कोई फूल बना,
कभी तेरी गोद में आ जाऊ,
कभी दू मैं बाबा तेरी पालकी सजा ,
माला बन गले लग जाऊ मैं,
सदा तेरे संग रहना चाहु मैं,
दिल करे लकड़ी मैं बन जाऊ बन पादुका चरणों में आउ,
दवारका माई में जा कर मैं तेरे हाथो में ही मुक्ति पाउ,
ुधि बन के सब के काम आउ मैं ,
सदा तेरे संग रहना चाहु मैं,
बाती दीपक की बना दे मुझे शिरडी में अपनी सजा दे मुझे,
बसरा भी बन जाए नौकर तेरा करू क्या ये साई समजा दे मुझे,
तुझपे ही वारि वारि जाऊ मैं,
सदा तेरे संग रहना चाहु मैं,
Sai I will tell you my heart, I will always be your servant,
I want to be with you forever,
I can’t rest without you
How can I understand this heart,
I want to be with you forever,
Sai made me the dust of my feet,
Whether I make a lovely flower,
Will I ever come in your lap,
Never give me Baba your palanquin punishment,
I will embrace you as a garland,
I want to be with you forever,
My heart will become wood, become a paduka, come at the feet,
By going to Dwarka Mai, I can get salvation in your hands only.
I can be useful to everyone,
I want to be with you forever,
Make a wick of lamp, give me your punishment in Shirdi,
Basra should also become your servant, should this Sai understand me,
I will go my heir to you,
I want to be with you forever,