( तर्ज – अजी रुठ कर अब …. )
तेरे दर का कान्हा, अजब है नजारा,
जो आया शरण मे, वो पाया सहारा
जिसे सारी दुनिया ने ठुकरा दिया है,
उम्मीदो का जिसका बुझा हर दीया है,
भटकता है जो दर बदर मारा मारा,
मिली श्याम किरपा हुआ फिर उजारा,
तेरे दर का कान्हा……
फंसी बीच मझधार मे गर है नैया,
हिचकोले खाये मिले ना खिवैया,
बचाया था गज जब कन्हैया पुकारा,
मेरा श्याम बनता है पल मे किनारा,
तेरे दर का कान्हा …….
रहे गर्दिशों मे तेरे गर सितारे,
नजर बन्द हो और दिखे ना नजारे,
उठा हाथ दोनो तु कह खाटुवाला,
तुझे श्याम ”बिट्टु’ , है करता इशारा,
तेरे दर का कान्हा……
Lyrics – Sunil Dhanania “Bittoo”
( Lines – I get angry now …. )
Your door’s ear, it’s a wonderful sight,
Whoever came to the shelter, he found the support
which the whole world has rejected,
Every lamp of hope that is extinguished,
Whoever wanders from time to time,
Found Shyam Kirpa again brightened,
Kanha of your rate……
Naiya is in the middle of the trapped middle,
Don’t miss out on a hitchhike,
The yard was saved when Kanhaiya called,
My dark becomes the edge in the moment,
Kanha of your rate…….
Be your stars in the thunder,
Close your eyes and don’t see,
Raise your hand both you say Khatuwala,
Shyam to you ‘Bittu’, is hinting,
Kanha of your rate……
Lyrics – Sunil Dhanania “Bittoo”