तेरी मुरली की मीठी सरगम,
भजे बांके बिहारी हर दम लेहारिये पट पीताम्बर,
भजे पैजनिया छमा छम,
जिसने भी सुना वो हो गया तेरा दीवाना,
है बांके बिहारी नन्द यशोदा के कान्हा,
तेरी मुरली की मीठी सरगम,
है मोर मुकट माथे पर कारे कजरारे नैना,
घुंगराली लट लटकाये लट काली का क्या कहना,
तेरे नाम की मस्ती चढ़ गई भगतो पे ो सांवरिया,
तेरे लिए हु पागल मैं भी पागल है सारी गुजरियाँ
तेरे नाम कि मस्ती में हो गया हर कोई दीवाना,
एह बांकी बिहारी नन्द यशोदा के कान्हा,
तेरी मुरली की मीठी सरगम,
तू चले तू चलती सृष्टि चलता है सारा मधुवन,
मुस्काये होठो जो तेरे तब मुस्काये वृन्दावन,
बरसाने की माटी को आ गया मेरे सँवारे मुश्काना,
तेरे दम से है सांवरियां श्रिस्ति का आना जाना,
तेरे नाम कि मस्ती में हो गया हर कोई दीवाना,
एह बांकी बिहारी नन्द यशोदा के कान्हा,
तेरी मुरली की मीठी सरगम,
संसार के पालनहारी संसार है तेरे सहारे,
तेरे द्वार पे शिव संग नीरज कर धरती गगन सितारे,
तू द्वारका पूरी क्यों जाके सांवरिया हुआ बेगाना,
भगतो के घर छोड़ा है तूने क्यों आना जाना,
तेरे नाम कि मस्ती में हो गया हर कोई दीवाना,
एह बांकी बिहारी नन्द यशोदा के कान्हा,
तेरी मुरली की मीठी सरगम,
The sweet gamut of your murli,
Bhaje Banke Bihari Har Dum Lehariye Pat Pitambar,
Bhaje Paijniya Chhama Cham,
Whoever heard it became your lover,
Is Banke Bihari Nand Yashoda’s Kanha,
The sweet gamut of your murli,
There is a peacock on the forehead, Kajrare Naina,
What to say about black braided curly braids,
The fun of your name has gone Bhagto pe saawariya,
I am crazy for you, I am also crazy all the days
Everyone became crazy in the fun of your name,
Oh Banki Bihari Nand Yashoda’s Kanha,
The sweet gamut of your murli,
You walk, you move the world, the whole Madhuvan,
Smile when you smile at Vrindavan,
My beautiful smile has come to the soil of rain,
From your strength is the coming and going of Saawariya Shristi,
Everyone became crazy in the fun of your name,
Oh Banki Bihari Nand Yashoda’s Kanha,
The sweet gamut of your murli,
Sustainer of the world is the world with your support,
Neeraj with Shiva at your door, the earth sky stars,
Why did you go to Dwarka Puri, became Saawariya Begana,
Why have you left the house of the gods?
Everyone became crazy in the fun of your name,
Oh Banki Bihari Nand Yashoda’s Kanha,
The sweet gamut of your murli,