तेरी मुरली की ये धुन श्याम जब सुनी मैंने पनघट पे,
नि चुनी छूट गई हाथो से श्याम मैं दौड़ी आई रे,
तेरी मुरली की धुन श्याम जब सुनी भागो में,
ढलडियां छूट गई हाथो से श्याम मैं दौड़ी आई रे,
तेरी मुरली की धुन श्याम जब सुनी महलो में,
छोड़ आई घर का सारा काम श्याम मैं दौड़ी आई रे,
तेरी मुरली की ये धुन श्याम जब सुनी मैंने सपनो में,
नाची मैं तेरे संग में सारी रात श्याम मैं तो जाग न पाई रे,
तेरी मुरली की ये धुन श्याम जब सुनी मैंने गलियों में,
खेलती सखियों को मेरे श्याम देख मैं दौड़ी आई रे,
When I heard this tune of your murli, Shyam, on the panghat,
Shyam I ran away from my chosen hands,
When Shyam heard the tune of your murli, I ran away,
Shyam I ran away from my hands,
When Shyam heard the tune of your murli in the palace,
Shyam left all the housework, I ran.
When I heard this tune Shyam of Teri Murli in my dreams,
I danced with you all night, I could not wake up in the dark,
When I heard this tune of your murli Shyam in the streets,
Seeing my shy friends playing, I came running,