तेरी राहो में पलके बिछाऊ के घर मेरे आओ साईं जी
हाल दिल वाला गा के मैं सुनाऊ के घर मेरे आओ साईं जी
कल कल कर के साल क्यों बिताए साईं
झोपडी मे मेरे कभी पैर क्यों न ढाले साईं
रोज आस लेके दीवा मैं जगाऊ
के घर मेरे आओ साईं जी
मेरे इन नसीबो वाले बंद बूहे खोल दे
आके मेरे पास कभी दुःख सुख फोल दे
दर आके मैं दुखड़ा सुनावा,
के घर मेरे आओ साईं जी
Let me lay my eyelids in your path, come to my house, Sai ji
Haal Dil Wala Ga Ke Main Sunau Ke Ghar Mere Aao Sai ji
Why did Sai spend years doing yesterday?
Why never put my feet in the hut
I wake up every day with hope
Come to my house Sai ji
Open the closed doors of my luck
Come and call me sometime sorrow and happiness
I will hear the pain after coming,
Come to my house Sai ji